Sunday 21 August 2016

Article by Mr. Raju Chandangiri, Hindi Teacher.

Mr. Raju Chandangiri, our teacher from the Hindi department has written an article on his visions of India by the year 2030. The men and women who sacrificed their life to bring us this freedom and how we can bright India to the forefront is being discussed in beautiful details.

उम्मीद की ककरण : 2030 तक भारत पूरे दुनिया पर राज कर सकता है... सपिे तो हर कोई देखते है लेककि सपिों को साकार करिे की जो उम्मीद होती है,
वह बहुत कम लोगों में पाई जाती है। भारत देश को आजादी नमले उिहत्तर साल हो चुके है। जो सपिा हमारे स्वतंत्रता सेिानियों िे देखा था कक आजादी के बाद भारत किर एक बार संपन्ि देश बिेगा।गुलामी के जंजीरो को तोडकर ववकास के पथ पर आगे बढकर गरीबी का िामोनिशाि दूर करेगा। क्या उिका यह सपिा पूणण  हो पाया ? जजस स्वजणमण भारत की कल्पिा उन्होंिे की थी क्या वह पूण ण हुआ ? इि प्रश्नों पर हमें गौर करिे की आवश्यकता है। वैसे देखा जाए तो उिका यह सपिा कुछ हद तक जरूर पूरा हुआ क्योंकक हमारे देश में प्रनतवित लोगों की कोई कमी िहीं हैं, जैसे आकदत्या वबरला, रति टाटा, मुके श अंबािी, िरेंद्र मोदी आकद। यही िहीं, भारत के मूल से तालुकात रखिे वाले बहुत से ऐसे प्रनतवित लोग हैं जो दनु िया के हर कोिे म ें देश का िाम ऊँ चा करत े हुए कदखाई दे रहे है।ये हमारे नलए बडे गव ण की बात है। लेककि वही दसू री ओर अशैजिकता के कारण बेरोजगारी की समस्या कदि ब कदि बढते जा रही है, जजससे देश पीछडेपि की और झुकता चला जा रहा है। इसनलए देश के हर िागररक को नशजित होिे की आवश्यकता है। चूँकक भारत के सौ करोड से भी अनिक आबादी में कुछ लोगों के तरक्की से देश पूणणतय ववकास के पथ पर सिल िहीं हो सकता हैं।पररपूण ण ववकास तभी संभव हो सकता है जब सौ प्रनतशत देशवासी नशजित होंगे। एक बात सच है कक उन्िीस सौ सैंतालीस से लेकर दो हजार सोलह तक लोगों की दृविकोण में कािी बदलाव आ गया है । इसका एक मात्र कारण लोगों में समािता की भाविाएँ आई है। िम ण के िाम पर, जानत के िाम पर होिे वाली ववपिता कम हो गई है। यह देश की सफलता का पहला कदम है और सबसे बडी बात है कक माता-पपता के अंदर शशक्षा के प्रशत जागकृ ता आ गई है। आज प्रत्येक माता-पपता यही चाहते हैं कक उनके बच्चे कापबल बने, इसशलए उनके सम्रग पिकास के शलए अपनी ओर से तन, मन, धन स े संपूर् ण कोशशश कर रहे हैं। जैस े कक हम जानते है देश का भपिष्य युिा शपि पर ही शनभरण है और आने िाले कु छ सालो में हमारा देश युिाओं से भरने िाला है और िह कदन दूर नहीं है जब भारत सारे देशो से आगे होगा। देश को सोने की शचकडया बनाने का दीप बहुत पहले ही प्रज्िशलत ककया गया है। आज उसकी रोशनी चारों ओर बढती जा रही है और आने िाले कदनों में उसकी रोशनी पूरे दुशनया में उजागर होगी। उम्मीदों पर ही दुशनया कायम है। मेरा पूरा पिश्वास है कक आन े िाले 2030 िर् ण तक भारत अग्र स्थान पर जरूर पहुुँचेगा क्योंकक 2030ि र्ण तक हमारा देश युिाओं का देश बनेगा और िह कदन दूर नहीं भारत सारे देशो पर राज करेगा।

1 comment:


  1. I look forward to reading Mr. Raju Chandangiri's insights on Hindi education. Hindi teachers often have valuable perspectives on language learning and cultural appreciation.
    schools around Vanasthalipuram

    ReplyDelete